Copper utensils:
Copper, is rich in a variety of
therapeutic properties. Copper has anti-bacterial and anti-microbial properties
which helps the body to fight against all diseases. There
are 2 types of copper - Malechha, Nepaliya. In which – Malechha is impure form
of copper, and Nepaliya – is pure form of copper. Drinking water in copper utensils is known to boost digestion. It
aids in flushing out toxins, kills bad bacteria, alleviates stomach
inflammation, improves metabolism. Benefits
of using copper utensils:
1. Copper has properties that help kill harmful bacteria and reduce
inflammation within the stomach, making it a great remedy for ulcers,
indigestion and infections.
2. When water is stored in a copper container, the mineral gets
leached into it. This copper leached in the water helps in breaking down of
food particles in our and improves our digestion.
3. Copper is also known to strengthen your immune system and aid in
the production of new cells.
4. Slows down ageing.
5. Helps maintain heart health and beats hypertension Heart disease
is one of the most common ailments and copper helps minimize your risk of
developing the disease.
Precautions to be taken:
1. You can only use copper utensils for drinking and storing water.
2. Make sure you wash your utensils after every use and before
reusing it.
3. Utensils should not be kept in refrigerator.
4. Give at least 10 days gap over every 45 days of continuous use.
ताम्बे के बर्तन:
कॉपर, कई तरह के चिकित्सीय गुणों से भरपूर होता है। तांबे में एंटी-बैक्टीरियल
और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं जो शरीर को सभी बीमारियों से लड़ने में मदद करते
हैं। तांबे के 2 प्रकार होते हैं - मलेच्छ, नेपालिया। जिसमें - मलेच्छ तांबे का अशुद्ध रूप है,
और नेपालिया - तांबे का शुद्ध रूप है। तांबे के बर्तन
में पानी पीने से पाचन क्रिया तेज होती है। यह विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने
में सहायता करता है, खराब बैक्टीरिया को मारता है,
पेट की सूजन को कम करता है, चयापचय में सुधार करता है। तांबे के बर्तनों के उपयोग के
लाभ:
१. कॉपर में ऐसे गुण होते हैं जो हानिकारक बैक्टीरिया को मारने
में मदद करते हैं और पेट के भीतर सूजन को कम करते हैं, जिससे यह अल्सर, अपच और संक्रमण के लिए एक बेहतरीन उपाय है।
२. जब पानी को तांबे के पात्र में रखा जाता है,
तो खनिज उसमें निक्षालित हो जाता है। पानी में मिला
यह तांबा हमारे भोजन के कणों को तोड़ने में मदद करता है और हमारे पाचन में सुधार
करता है।
३. कॉपर आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और नई कोशिकाओं
के उत्पादन में सहायता के लिए भी जाना जाता है।
४. उम्र बदने की गति में ठेहराव लता है|
५. हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है और उच्च
रक्तचाप को मात देता है| हृदय रोग सबसे आम बीमारियों में से एक है और तांबा रोग के
विकास के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
कुछ ज़रूरी सावधानियाँ:
१. आप केवल तांबे के बर्तनों का उपयोग पानी पीने के लिए कर
सकते हैं।
२. सुनिश्चित करें कि आप अपने बर्तनों को हर उपयोग के बाद और
पुन: उपयोग करने से पहले धो लें।
३. बर्तनों को फ्रिज में नहीं रखना चाहिए।
हर ४५ दिनों के निरंतर
उपयोग में कम से कम १० दिनों का अंतराल दें।