।। JAI CHAKRADHARI।।
White Topaz, Yellow Topaz, Sapphire, Pitambari, Shwetambari, Pitmanak, and Raktambari, all these gems are sons of the same mother.
The name of that mother is "Corundum".
Since the discussion is going here is on "Pukhraj Solid" which means "Yellow Sapphire" so all the focus will be given to it - after that "Pukhraj Narm" will be discussed.
This gem is also a miracle of the science mentioned in Metallurgy. Iron, titanium, chromium, vanadium, magnesium, etc. Are formed with sand at high temperatures by heating and cooling inside the earth.
Gemstone Pukhraj is endowed wit0h yellow, shiny, aliphatic, etc. Qualities, whose hardness is about 9 numbers.
Generally, these gems come out from Australia, Afghanistan, Cambodia, Cameroon, China, Madagascar, Burma, Thailand, America, and Sri Lanka. But the best are considered only from Sri Lanka and Burma.
It is also worth noting that if any kind of treatment is done on these gems and they are worn, then instead of giving benefits, they harm.
That's why the first condition is that they should be used unheated, untreated.
This gem works on the principle of light and accompaniment.
There is evidence from the texts - Pukhraj solid is a Guru Ratna, which has some special benefits.
Mentioned in Ayurveda's metal science and astrology -
- It proves to help get a baby boy because it is the execution of similar energies.
- It is going to provide feelings of welfare to all.
- Helpful as a memory enhancer, intelligence enhancer gem.
- Helpful in the treatment of psychiatry.
- Motivates for good deeds.
- It is the killer of phlegm-Vata, fire, inflammation, leprosy and blood disorders.
- Increases the age.
- It is the giver of wealth, education, progeny, marriage and fortune: all happiness.
- It is the enemy of skin diseases and prevents baldness and hair loss diseases.
As per astrology
- Beneficial for Gemini Ascendant, Leo Ascendant, Aries Ascendant, Cancer Ascendant, Virgo Ascendant, Scorpio Ascendant, Sagittarius Ascendant, Pisces Ascendant.
According to foreign belief - people born in November must wear topaz.
And according to numerology, people born on the 3rd, 12th, 11th and 20th should wear yellow sapphire.
It is the most popular Maharatna.
At the time of delivery, it is mentioned to heat it and give it to the hands of the pregnant woman, this makes the pregnant woman comfortable during childbirth.
Those who wear Pukhraj solid do not get scared at night. It also calms anger and madness and removes the fear of sudden death.
Yellow topaz aligns the physical, mental and spiritual planes and restores balance within the body. Stimulates concentration, brings prosperity and attracts gifts of all kinds.
Yellow solid Pukhraj attracts money into the home and can be kept in a locker to increase prosperity and income.
If worn, it should touch the skin. It stimulates the intellect and improves overall concentration to see the big picture. In the form of nectar, it removes toxins from the body.
Now let's talk about "Pukhraj Narm" which is known as Yellow Topaz.
Its hardness is 8. It is also hard to obtain. The condition in this also is that it should be unheated and untreated.
It is formed by fluorine, hydroxyl, and aluminium salts. It originates from lands of Afghanistan, Pakistan, Russia, Sri Lanka, Myanmar, Madagascar, Mozambique, Nigeria, Zimbabwe, Brazil etc. The best are from Brazil.
The elements of Guru Graha are also present in it. It is worn by a large number of people for the attainment of Guru energy.
It acts like a battery and recharges spiritually and materially, strengthening faith and optimism. It is an excellent stone for conscious attunement to the higher powers in the universe and can be used to store information. It reminds you of your divine origin. Helps you realize your potential and attract helpful people into your life. This stone is beneficial for fame seekers as it bestows confidence with pride in one's abilities while remaining generous and open-hearted. It helps in overcoming limitations and setting a foot on great plans. In healing, it regenerates cellular structures and strengthens the solar plexus and is beneficial for nervous exhaustion and insufficient intake of nutrients. It treats the liver, gallbladder and endocrine glands.
।। जय चक्रधारी ।।
सफ़ेद पुखराज, पीला पुखराज, नीलम, पीतांबरी, श्वेतांबरी, पीतमाणक, रक्तांबरी, यह सभी नगीने एक ही माँ के पूत हैं।
उस माँ का नाम है "कोरण्डम"।
चूँकि यहाँ वार्ता चल रही है "पुखराज ठोस" यानी की "येलो सफायर" की सो सारा प्रकाश उसी पर दिया जायेगा - उसके पश्चात "पुखराज नर्म" रखा जायेगा।
यह रत्न भी धातुशास्त्र में उल्लेखित विद्याओं का ही एक कमाल है। अर्थात लौह, टाइटेनियम, क्रोमियम, वनैडियम, मैग्नीशियम, आदि का रेत के साथ तीव्र तापमान पर यह धरती के भीतर गर्म व ठन्डे होकर निर्मित होते हैं।
रत्न पुखराज पीला, चमकीला, स्निग्ध, आदि गुणों से संपन्न होता है। जिसका काठिन्य ९ संख्या का होता है।
आम तौर पर ऑस्ट्रेलिया, अफ़ग़ानिस्तान, कंबोडिया, कैमरून, चीन, मडागास्कर, बर्मा, थाईलैंड, अमेरिका, श्रीलंका, क्षेत्र से यह रत्न निकलते हैं। किन्तु श्रेष्ठ श्रीलंका व बर्मा के ही माने जाते हैं।
ध्यान देने योग्य बात यह भी है के यदि इन रत्नों पर किसी भी प्रकार का ट्रीटमेंट कर दिया जाये व धारण कर लिया जाये तो यह लाभ देने के स्थान पर नुकसान करते हैं।
इसलिए प्रथम शर्त यही है के इन्हे अनहीटेड, अनट्रीटेड, ही प्रयोग किया जाये।
यह रत्न भी = रश्मि सिद्धांत और संगत सिद्धांत पर ही कार्य करता है।
पुखराज ठोस - गुरु रत्न है। जिसके कुछ विशेष लाभ प्राप्त होते हैं। ग्रंथों से प्रमाण मिलते हैं -
आयुर्वेद के धातुशास्त्र एवं फलित ज्योतिष में इसका उल्लेख मिलता है -
- यह आपके शरीर में पुत्र संतति प्राप्ति हेतु सहायक सिद्ध होता है क्योंकि इससे ऐसी ही उर्जाओ का निष्पादन होता है।
- यह सबका कल्याण करने के भाव प्रदान करने वाला है।
- स्मृति वर्धक, बुद्धि वर्धक रत्न के रूप में सहायक।
- मनोरोग की चिकित्सा में सहायक।
- शुभकर्म हेतु प्रेरित करने वाला है।
- यह विषघ्न है, कफ-वात, अग्निमांध, दाह, कुष्ठ एवं रक्तविकार नाशक है।
- दीपन पाचन एवं लघु है।
- यह आयु को बढ़ने वाला है।
- यह वास्तव में ही धन, विद्या, संतति, विवाह एवं भाग्य : सभी सुखों का दाता है।
- यह कुष्ठ एवं चर्म रोगों का शत्रु है। गंजापन और बाल झड़ने वाले रोगों को रोकता है।
फलित ज्योतिष की मानें तो
- मिथुन लग्न, सिंह लग्न, मेष लग्न, कर्क लग्न, कन्या लग्न, वृश्चिक लग्न, धनु लग्न, मीन लग्न वालों के लिए लाभप्रद है ।
विदेशी मान्यता अनुसार - नवम्बर माह में जन्में लोगों को पुखराज अवश्य ही पहनना चाहिए।
और न्यूमेरोलॉजी की मानें तो ३, १२,११, व २० तारीख को जन्में लोगों को पुखराज धारण कर लेना चाहिए।
यह सर्वाधिक लोकप्रिय महारत्न है।
प्रसूति के समय इसको इसको गर्म करके गर्भिणी के हाथ में देने का उल्लेख मिलता है। कहते हैं इससे गर्भिणी को प्रसूति में सहूलियत पहुँचती है।
पुखराज ठोस धारण करने वालो को रात में डर नहीं लगता। क्रोध और पागलपन को भी शांत करता है। आकस्मिक मृत्यु की आशंका को दूर करता है।
पीला पुखराज शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक पटलों को संरेखित करता है और शरीर के भीतर संतुलन को पुनर्स्थापित करता है। एकाग्रता को उत्तेजित करता है, समृद्धि लाता है और सभी प्रकार के उपहारों को आकर्षित करता है।
पीला ठोस पुखराज घर में धन को आकर्षित करता है और समृद्धि और आय बढ़ाने के लिए इसे कैश बॉक्स में रखा जा सकता है।
पहना जाए तो शरीर को छूना चाहिए। यह बुद्धि को उत्तेजित करता है, और समग्र एकाग्रचित्तता में सुधार करता है ताकि बड़ी तस्वीर दिखाई दे। अमृत के रूप में यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालता है।
अब बात करते हैं "पुखराज नर्म" की जिसे येलो टोपाज भी कहते हैं
इसका काठिन्य - ८ होता है। यह भी कठिनता से ही प्राप्त होता है। इसमें भी शर्त यही है के यह अनहीटेड व अनट्रीटेड होना चाहिए।
यह फ्लोरिन, हैडोक्सिल, व एल्युमीनियम के नमक से जोड़ होकर निर्मित होता है। यह अफ़ग़ानिस्तान, पाकिस्तान, रूस, श्रीलंका, म्यांमार, मेडागास्कर, मोज़ाम्बिक, नाइजीरिया, जिम्बाब्वे , ब्राज़ील आदि की भूमि से निकलता है। श्रेष्ठ ब्राज़ील की धरती से प्राप्त होते हैं।
गुरु गृह के तत्व इसमें भी विद्यमान रहते हैं। इसे भी बड़ी मात्रा में लोगों के द्वारा गुरु उर्जाओ की प्राप्ति के लिए धारण किया जाता है।
यह एक बैटरी की तरह कार्य करता है और आध्यात्मिक और भौतिक रूप से रिचार्ज करता है, विश्वास और आशावाद को मजबूत करता है। यह ब्रह्मांड में उच्चतम शक्तियों के प्रति सचेत उपलब्धि के लिए एक उत्कृष्ट पत्थर है और इस तरह से प्राप्त जानकारी को संग्रहीत करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह आपको आपके दिव्य मूल की याद दिलाता है। आपकी खुद की क्षमताओं को पहचानने में मदद करता है और आपके जीवन में मददगार लोगों को आकर्षित करता है। प्रसिद्धि चाहने वालों के लिए यह रत्न लाभदायक है क्योंकि यह उदार और खुले दिल के रहते हुए अपनी क्षमताओं पर गर्व के साथ करिश्मा और आत्मविश्वास प्रदान करता है। यह सीमाओं पर काबू पाने और महान योजनाओं को एक पैर स्थापित करने में सहायता करता है। उपचार में, यह सेलुलर संरचनाओं को पुन: उत्पन्न करता है और सौर जाल को मजबूत करता है और तंत्रिका थकावट और पोषक तत्वों की अपर्याप्त मात्रा के लिए फायदेमंद होता है। यह यकृत, पित्ताशय की थैली और अंतःस्रावी ग्रंथियों का उपचार करता है ।
।। ओउम का झंडा ऊँचा रहे ।।