Description
99.9% Pure Copper Swastik - Detailed Description
99.9% Pure Copper Swastik
Product Description:
The 99.9% Pure Copper Swastik is a sacred and auspicious symbol revered across various spiritual and cultural traditions. Rooted in ancient Hinduism, Buddhism, and Jainism, the Swastik represents prosperity, progress, success, positivity, and protection. Crafted from 99.9% pure copper, this Swastik enhances its spiritual and energetic properties, making it an essential artifact for homes, offices, factories, shops, and industrial spaces.
Significance of the Copper Swastik:
The Swastik is not merely a decorative symbol but a potent talisman that has been used for centuries to attract good fortune and ward off negative energies. The incorporation of copper, known for its conductive and antimicrobial properties, amplifies the Swastik's benefits, making it even more powerful.
Installation Tips:
- Main Door: Place the copper Swastik on both sides of the main door, as well as in the center and at the top, to enhance protection and positivity.
- Eastern Direction: Installing the copper Swastik in the eastern direction of your premises can help in removing Vastu Dosh and attracting the blessings of Goddess Lakshmi.
- Consecration: For best results, consecrate the Swastik before installation, especially if it is being placed in a new home or business.
99.9% शुद्ध तांबे का स्वस्तिक - Detailed Description
99.9% शुद्ध नेपालिया तांबे का स्वास्तिक
उत्पाद विवरण:
99.9% शुद्ध नेपालिया तांबे का स्वास्तिक एक पवित्र और शुभ प्रतीक है, जिसे विभिन्न आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं में पूजा जाता है। स्वास्तिक, जिसका उद्गम प्राचीन हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, और जैन धर्म में हुआ है, समृद्धि, प्रगति, सफलता, सकारात्मकता और सुरक्षा का प्रतीक है। 99.9% शुद्ध तांबे से निर्मित यह स्वस्तिक अपने आध्यात्मिक और ऊर्जावान गुणों को बढ़ाता है, जिससे यह घरों, कार्यालयों, कारखानों, दुकानों और औद्योगिक स्थलों के लिए एक महत्वपूर्ण वस्तु बन जाता है।
तांबे के स्वास्तिक का महत्व:
स्वास्तिक केवल एक सजावटी प्रतीक नहीं है , बल्कि एक शक्तिशाली ताबीज है जिसका उपयोग सदियों से सौभाग्य को आकर्षित करने और नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर रखने के लिए किया जाता रहा है। तांबा , जो अपनी विद्युत और रोगाणुरोधी गुणों के लिए जाना जाता है , इस स्वस्तिक के लाभों को और भी अधिक बढ़ा देता है , जिससे यह और भी शक्तिशाली हो जाता है।
स्थापना के सुझाव:
मुख्य दरवाज़ा: तांबे के स्वास्तिक को मुख्य दरवाज़े के दोनों किनारों पर, साथ ही केंद्र और शीर्ष पर लगाएं, ताकि सुरक्षा और सकारात्मकता को बढ़ावा मिल सके।
पूर्व दिशा: अपने परिसर के पूर्व दिशा में तांबे के स्वस्तिक को स्थापित करने से वास्तु दोष को दूर करने में मदद मिलती है और देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
अभिषेक: सर्वोत्तम परिणामों के लिए, स्वस्तिक की स्थापना से पहले उसका अभिषेक करें, विशेष रूप से यदि इसे नए घर या व्यवसाय में स्थापित किया जा रहा हो।