Sunstone Bracelet in silver:
0 || Jai Chakradhari ||
By wearing the Surya Ratna Ring, you may be able to enter a new beginning or a new chapter in your life. Just as sunlight drives away shadows, sunstone purifies negative energy and brings new light into your life. Sunstone glows in the sunlight, which makes it extremely attractive. The sunstone bracelet represents warmth, emotional clarity, and inner strength that helps those who struggle with confidence and reassurance. Sunstone has many benefits, including aiding in the development of leadership qualities, the discovery of new ways of thinking, the removal of negativity, the elevation of mood, and the activation of a person. It boosts creativity and aids in the improvement of romantic relationships. Wearing it during physical activities can help you improve your energy and work through challenges, encouraging you to break free from your rut and bad habits. Before wearing the ring, purify it by immersing it in a mixture of raw milk and holy water, Gangajal, performing worship, and then wearing it.
सूर्य रत्न चाँदी वलय में:
|| जय चक्रधारी ||
सूर्य रत्न वलय पहने से , आप अपने जीवन की एक नई शुरुआत या नए अध्याय में प्रवेश करने में सक्षम हो सकते हैं। जैसे सूर्य का प्रकाश छाया को दूर भगाता है, वैसे ही सनस्टोन नकारात्मक ऊर्जा का शुद्धिकरण करता है और आपके जीवन मै नया प्रकाश लाता है सनस्टोन सूर्य के प्रकाश में चमकता है जो इसे अत्यधिक आकर्षक बनाता है। यह रत्न, गर्मजोशी, भावनात्मक स्पष्टता और आंतरिक शक्ति का प्रतीक है जो उन लोगों की मदद करता है जो आत्मविश्वास और आश्वासन के साथ संघर्ष करते हैं। इस रत्न के ओर भी कई लाभ है जैसे-नेतृत्व के गुणों को बढ़ाने में मदद करता है, सोचने का एक नया तरीका तलाशने में मदद करता है, नकारात्मकता को दूर रखता है, मूड को ऊपर उठाता है और व्यक्ति को सक्रिय बनाता है, व्यक्ति की रचनात्मकता बढ़ती है, प्रेम संबंधों को बेहतर बनाने में मदद करता है| शारीरिक गतिविधियों के दौरान इसे पहनने से आप अपनी ऊर्जा में सुधार कर सकते हैं और कठिन चुनौतियों के माध्यम से काम कर सकते हैं, जिससे आपकी अटकी हुई दिनचर्या और बुरी आदतों से आपको बाहर निकलने के लिए में प्रोत्साहित करता है| वलय को धारण करने से पहले इसे शुद्ध करने के लिए कच्चे दूध और पवित्र जल यानी गंगाजल के मिश्रण में डुबो कर, पूजा पाठ करें और फिर इसे धारण करें।