Ganesha Conch
During the churning of the ocean, Ganesh shankh was first produced as the 8th gem. It is called Ganesh shankh because its shape is similar to that of Lord Ganesh. Shri Ganesha shankh is worshiped for the progress of all spheres of life and for the peace of obstacles. Keeps away all the bad energies and spreads positivity. These are only found in the Indian Ocean.
Ganesh Conch mantra-
ॐ गन गणपतए नमो नमः
गणेश शंख
समुद्र मंथन के दौरान 8वें रत्न के रूप में सर्वप्रथम गणेश शंख की ही उत्पत्ति हुई थी। इसे गणेश शंख इसलिए कहते हैं कि इसकी आकृति हू-ब-हू गणेशजी जैसी है।श्रीगणेश शंख का पूजन जीवन के सभी क्षेत्रों की उन्नति और विघ्न बाधा की शांति हेतु किया जाता है। इसकी पूजा से सकल मनोरथ सिद्ध होते हैं। गणेश शंख आसानी से नहीं मिलने के कारण दुर्लभ होता है। यह अपने आस-पास के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा लाता है आर्थिक, व्यापारिक, कर्ज और पारिवारिक समस्याओं से मुक्ति पाने का श्रेष्ठ उपाय श्री गणेश शंख है। प्रकृति के रहस्य की अनोखी झलक गणेश शंख के दर्शन से मिलती है। यह शंख दरिद्रतानाशक और धन प्राप्ति का कारक है।