Kavanji Shell Causes and Treatment
Kavanji Shankh reduces the object defect and the family members keep moving towards happiness and prosperity. How will you know that your house has object defect?
In a house where there is a Vastu defect, there is always a situation of domestic distress, the health of the family members is poor and there is a pauper in the house. Therefore, the Vastu defects of the house should be corrected. By keeping Kavanji conch shell in the house, one gets rid of Vastu defects, as well as wealth and health. If there is a Vastu defect in any part of your house, then placing a conch shell in that corner ends the Vastu defect and brings happiness to the house.
In the house where this conch is kept, Lord Shri Hari, along with Bhagwati Lakshmi always resides there. Amangal runs away from a distance. To reduce the effect of Vastu Dosha, keeping cow's milk in a conch and spraying it in the house, it also transmits positive energy.
The mantra should be chanted according to the direction in which there is a Vastu defect.
North direction mantra
ऊँ कुबेराय नमः
North-west direction mantra
ऊँ वायवै नमः
South direction mantra
ऊँ यमाय नमः
South east direction mantra-
ऊं अं अग्ने नम:
East direction mantra-
ऊँ इन्द्राय नमः Indra Mantra 108 times daily
East-North Disha Mantra-
ऊँ नमः शिवाय Chant the mantra 108 times.
West direction mantra-
ॐ अपां पतये वरुणाय नमः
South west direction mantra-
ऊँ नैऋताय नमः
कवंजी शंख कारण और उपचार
कवंजी शंख वस्तु दोष को कम करता है और परिवार के सदस्य सुख-समृद्धि की ओर बढते रहते हैं।केसे पता चलेगा की आपके घर वस्तु दोष है ?
जिस घर में वास्तु दोष होता है ऐसे घर में हमेशा गृह क्लेश की स्थिति बनी रहती है, परिवार वालों की सेहत खराब रहती है और घर में कंगाली छाई रहती है। इसलिए घर के वास्तु दोष को ठीक करना चाहिए। घर में कवंजी शंख रखने से वास्तु दोषों से छुटकारा मिलता है, साथ ही धन और आरोग्य की प्राप्ति होती है। अगर आपके घर के किसी हिस्से में वास्तु दोष है, तो उस कोने में शंख रखने से वहां का वास्तु दोष समाप्त हो जाता है और घर में खुशहाली आती है।
जिस घर में यहे शंख रखा जाता है, वहां भगवान श्री हरि, भगवती लक्ष्मी सहित सदा निवास करते हैं। अमंगल दूर से ही भाग जाता है। वास्तु दोष के प्रभाव को कम करने के लिए शंख में गाय का दूध रखकर इसका छिड़काव घर में किया जाए तो इससे भी सकारात्मक उर्जा का संचार होता है।
जिस दिशा में वास्तु दोष हो, उस दिशा के अनुसार मंत्र का जाप करना चाहिए…
उत्तर दिशा मंत्र
ऊँ कुबेराय नमः मंत्र का जप करें।
उत्तर-पश्चिम दिशा मंत्र
ऊँ वायवै नमः मंत्र का जाप करना चाहिए।
दक्षिण दिशा मंत्र
ऊँ यमाय नमः मंत्र के जाप से इस दिशा का दोष समाप्त हो जाता है। साथ ही यम मंत्र के पाठ से मनुष्य को अपने जाने-अनजाने किए गए पापों से भी छुटकारा मिलता है।
दक्षिण-पूर्व दिशा मंत्र
ऊं अं अग्ने नम: मंत्र का जप करे |
पूर्व दिशा मंत्र
प्रतिदिन 108 बार इंद्र मंत्र ऊँ इन्द्राय नमः
पूर्व-उत्तर दिशा मंत्र
ऊँ नमः शिवाय मंत्र का जाप 108 बार करें।
पश्चिम दिशा मंत्र
ॐ अपां पतये वरुणाय नमः मंत्र का का नियमित जाप करें।
दक्षिण-पश्चिम दिशा मंत्र
ऊँ नैऋताय नमः का जाप करे |