The Hansraj Ardhachandrakar Kharal is a unique and rare crescent-shaped stone mortar and pestle, prized for its durability and effectiveness. Made from a special type of stone known as Hansraj, it has been used by Ayurvedic scholars for centuries. Unlike common materials such as marble, Hansraj stone is exceptionally hard and is not easily found, making it a preferred choice for Ayurvedic preparations and kitchen use.
This Kharal is highly effective for grinding and crushing herbs, spices, and medicines while retaining the purity and natural essence of the ingredients. Its crescent shape allows for easy handling and grinding, offering an ergonomic design that is perfect for both household and Ayurvedic medicinal use.
हंसराज अर्धचंद्राकार खरल एक अनोखा और दुर्लभ अर्धचंद्राकार पत्थर से बना खरल है, जिसे इसकी मजबूती और प्रभावशीलता के लिए जाना जाता है। हंसराज पत्थर से बना यह खरल आयुर्वेदिक विद्वानों द्वारा सदियों से उपयोग किया जा रहा है। संगमरमर जैसे सामान्य पत्थरों की तुलना में हंसराज पत्थर अत्यधिक कठोर और दुर्लभ होता है, जो इसे आयुर्वेदिक औषधियाँ तैयार करने और रसोई के उपयोग के लिए आदर्श बनाता है।
यह खरल जड़ी-बूटियों, मसालों और औषधियों को पीसने और कूटने में अत्यधिक प्रभावी है, जबकि सामग्री की शुद्धता और प्राकृतिक गुणों को बरकरार रखता है। इसका अर्धचंद्राकार डिज़ाइन इसे उपयोग में आसान और सुगम बनाता है, जो घरेलू और आयुर्वेदिक उपयोग दोनों के लिए उपयुक्त है।
The surface is smooth and polished for easy use सतह चिकनी और पॉलिश की गई है ताकि उपयोग में आसानी हो।
Clean it with mild soap and water, and dry it thoroughly after use. इसे हल्के साबुन और पानी से साफ करें, और उपयोग के बाद अच्छी तरह से सूखा लें।
It is primarily used for grinding and crushing Ayurvedic herbs, spices, and kitchen ingredients. इसका मुख्य उपयोग आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों, मसालों और रसोई के सामग्रियों को पीसने और कुचलने के लिए किया जाता है।